RBI गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपनी गंभीर और बड़ी चिंताओं से सरकार को वाकिफ करा दिया है और अब सरकार को इस पर फैसला करना है
WPI: इससे पहले अक्टूबर 2012 में थोक महंगाई इस ऊंचाई पर थी. तब थोक महंगाई 7.4 फीसदी पर था. पिछले बार के कम बेस की वजह से भी ये बढ़त दिख रही है
Inflation: देश में मुद्रास्फीति लक्ष्य का दायरा तय करने की व्यवस्था को 2016 में अपनाया गया. 31 मार्च 2021 को इसकी समीक्षा की जानी है.
CPI: जनवरी में रिटेल महंगाई नरम होकर 4.06 प्रतिशत पर आ गयी. इसका मुख्य कारण सब्जियों की कीमतों में कमी आना है.